(Google 번역 제공) 전체 명칭: 라지브 간디 지역 자연사 박물관
위치: 사와이 마도푸르에서 약 9km 떨어진 란탐보르 로드 람싱푸라 마을
캠퍼스 면적: 약 7.2에이커
설립/목적: 천연자원에 대한 정보 제공, 환경 의식 확산, 환경 및 야생 생물 다양성 보존 및 교육 센터 역할
운영: 인도 정부 환경·산림·기후변화부
주요 관광 명소/볼거리
1. 전시 갤러리
"라자스탄의 생물다양성/라자스탄의 산림 및 야생동물" 갤러리가 개관했습니다.
란탐보르 야생동물 보호구역과 란탐보르 요새를 소개하는 전시가 있습니다.
2. 동물 및 모형 (모형/박제/디오라마)
호랑이, 표범, 검은영양, 삼바사슴, 점박이사슴, 친카라 등의 모형/모형이 전시되어 있습니다.
마을 생활, 특히 비슈노이족 공동체의 생활상을 통해 라자스탄 시골의 모습을 엿볼 수 있습니다.
3. 수공예품 코너
1층에는 지역 예술가들의 그림과 검은 도자기가 전시되어 있으며, 그림/도자기 제작 과정을 직접 관람할 수 있습니다.
4. 도서관 및 강당
생물학, 야생동물, 자연 등에 관한 약 1만 권 이상의 도서를 열람할 수 있습니다.
약 300명을 수용할 수 있는 강당에서는 학술지 상영, 영화 상영, 세미나 등이 진행됩니다.
운영 시간, 요금 및 시설
항목 설명
운영 시간: 오전 10시 ~ 오후 5시
월요일 및 공휴일 휴관
무료 입장
주차: 단지 내 주차가 가능하며, 일반적으로 무료 또는 소정의 요금을 지불해야 합니다.
기타 시설: 화장실, 식수, 도서관, 지역 예술, 라이브 쇼/다큐멘터리
장점
교육적: 특히 어린이들에게 좋습니다. 생물 다양성, 생태, 보존과 관련된 모형, 그림, 기타 전시물이 매우 유용합니다.
청결 및 단지 관리: 많은 여행객들이 주변 정원과 환경이 잘 관리되고 있다고 평가했습니다.
무료 입장: 이는 큰 장점으로, 추가 비용 없이 탐험하고 배울 수 있는 기회입니다.
지역 문화 포함: 비슈노이 공동체, 농촌 생활, 기타 문화 활동을 소개하는 것은 자연사뿐만 아니라 인간과 사회적 관계를 보여주기 때문에 매우 의미가 있습니다.
단점/개선의 여지
전시 자료 부족 또는 불완전: 일부 전시장의 모형이나 전시물이 불완전하며, 흑백 사진과 같은 일부 카메라 출력물을 사용하는데, 원하는 화질을 제공하지 못합니다.
일부 전시장은 폐쇄되었거나 완전히 개방되지 않았습니다. 3층 건물은 현재 1층만 개방되어 있으며, 다른 층은 공사 중이거나 개방되지 않았습니다.
교통 및 접근성 문제: 마을 도로가 좁거나 열악하다는 의견이 있으며, 택시나 자동차로 이동해야 합니다.
냉방/환기가 때때로 부족합니다. 여름에는 전시장이 고온에 노출되며, 방문객들은 냉방이 제대로 되지 않는다고 보고했습니다.
카페테리아/입구의 시설이 제한적입니다. 음식, 물, 기념품점에 물품이 부족합니다. 오랜 시간 전시를 관람할 계획이라면 외부에서 필요한 물품을 가져오는 것이 좋습니다.
전반적인 경험
사와이 마도푸르/란탐보르 지역에 계시고 정글 사파리 외에 조용하고 유익한 시간을 보내고 싶다면 이 박물관이 좋은 선택입니다. 특히 가족과 어린이를 위한 곳입니다. 정글 밖에서도 자연, 생물 다양성, 그리고 라자스탄의 야생 동물을 가까이서 경험할 수 있는 기회가 있습니다.
하지만 이 박물관이 대규모의 최첨단 전시와 최첨단 인터랙티브 체험을 제공할 것이라고 기대한다면, 아마 기대와는 다를 것입니다. 이 박물관은 성장 가능성이 있는 중간 수준의 박물관입니다.
(원문)
पूरा नाम: राजीव गांधी क्षेत्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय (Rajiv Gandhi Regional Museum of Natural History)
स्थिति: Village Ramsinghpura, Ranthambhore रोड, लगभग 9 किलोमीटर दूर Sawai Madhopur से
परिसर क्षेत्र: लगभग 7.2 एकड़
शुरुआत/उद्देश्य: प्राकृतिक संसाधनों की जानकारी देना, पर्यावरण जागरूकता फैलाना, पर्यावरण व वन्यजीव जीवविविधता के संरक्षण एवं शिक्षा के लिए केंद्र के रूप में काम करना।
संचालन: पर्यावरण एवं वन मंत्रालय (Ministry of Environment, Forests & Climate Change), भारत सरकार
मुख्य आकर्षण / जो चीजें दिखती हैं
1. प्रदर्शनी गैलरी
“Biodiversity of Rajasthan / Forests & Wildlife of Rajasthan” गैलरी खुली है।
रणथंभौर वन्यजीव अभयारण्य और रणथंभौर किला की विशेषता वाले प्रदर्शन।
2. जीव-प्राणी & प्रतिरूप (Effigies / Taxidermy / Dioramas)
बाघ (Tiger), तेंदुआ (Leopard), ब्लैकबक, सांभर हिरण, स्पॉटेड हिरण, चिंकारा आदि के मॉडल / प्रतिरूप दिखाई देते हैं।
ग्राम जीवन, विशेषकर बिश्नोई समुदाय की जीवनशैली का प्रतिरूप, ग्रामीण राजस्थान की झलक।
3.हस्तशिल्प खंड
पहले तल (first floor) पर स्थानीय कलाकारों द्वारा पेंटिंग और काली मिट्टी की बरतन-कला (black pottery) दिखायी जाती है और आप वहाँ लाइव पेंटिंग / मिट्टी बर्तन बनाने की प्रक्रिया देख सकते हैं।
4. पुस्तकालय और ऑडिटोरियम
लगभग 10,000+ पुस्तकें जीवविज्ञान, वन्यजीव, प्रकृति आदि विषयों पर; आप वहाँ बैठकर पढ़ सकते हैं।
ऑडिटोरियम जिसकी क्षमता लगभग 300 लोगों की है, जहाँ जर्नल दिखाए जाते हैं, फिल्में, सेमिनार होते हैं।
समय, शुल्क और सुविधाएँ
चीज़ विवरण
खुलने का समय सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
बंदी के दिन सोमवार एवं राष्ट्रीय छुट्टियाँ
प्रवेश शुल्क निःशुल्क (free entry)
पार्किंग परिसर के अंदर पार्किंग उपलब्ध है, आमतौर पर मुफ्त या मामूली शुल्क
अन्य सुविधाएँ शौचालय, पीने का पानी, पुस्तकालय, स्थानीय कला-कर्म, लाइव शो / डॉक्युमेंटरी
सकारात्मक पहलू
शिक्षण के लिए उपयुक्त: बच्चों के लिए खासकर बहुत अच्छा है — जीवविविधता, पारिस्थितिकी, संरक्षण से जुड़े मॉडल, चित्र आदि बहुत मदद करते हैं।
स्वच्छता एवं परिसर व्यवस्था: कई यात्रियों ने देखा कि आसपास का बगीचा और वातावरण अच्छा बना हुआ है।
मुफ्त प्रवेश: ऐसा होना एक बड़ा प्लस है — बिना खर्च के घूमने-फिरने और सीखने का अवसर।
स्थानीय संस्कृति का समावेश: बिश्नोई समुदाय, ग्रामीण जीवन आदि को दिखाना बहुत सार्थक है क्योंकि इससे सिर्फ प्राकृतिक इतिहास नहीं बल्कि मानवीय और सामाजिक जुड़ाव भी लगता है।
कमियाँ / सुधार की गुंजाइश
प्रदर्शन सामग्री की कमी या अधूरी सामग्री: कुछ जगह-जगह मॉडल या प्रदर्शन (exhibits) अधूरे हैं; कुछ कैमरा प्रिंट-आउट जैसे ब्लैक-व्हाइट फोटो उपयोग में हैं, जो अपेक्षित गुणवत्ता नहीं देते।
कुछ हॉल्स बंद या पूरी तरह खुला नहीं होना: तीन-मंज़िले भवन में अधिकांश अभी Ground Floor ही खुला है; अन्य मंज़िलों पर काम चल रहा है या नहीं खुली हैं।
परिवहन एवं पहुँच की समस्या: गाँव रास्ते पतले या खराब होने की टिप्पणियाँ हैं; टैक्सी या ऑटो से आ-जाना पड़ता है।
ठंडी/हवादार व्यवस्था कभी-कभी उचित नहीं: गर्मियों में हॉल्स में तापमान बढ़ जाता है, एयर कंडीशनिंग आदि पर्याप्त न होने का अनुभव उन यात्रियों ने किया है।
कैफेटेरिया / प्रवेश स्थल पर सुविधाएँ सीमित: भोजन-पानी या स्मृति-चिन्हों की दुकान अच्छी तरह नहीं है; अगर लंबा वक्त बिताना है तो बाहर से कुछ साथ लाना बेहतर।
कुल मिला कर अनुभव
अगर आप Sawai Madhopur / Ranthambore इलाके में हैं और जंगल-सफारी के अलावा कुछ शांत, ज्ञानवर्धक करना चाहते हैं, तो यह संग्रहालय एक बढ़िया विकल्प है। विशेष रूप से परिवारों और बच्चों के लिए — जंगल के बाहर भी प्रकृति, जैव विविधता और राजस्थान के वन्य जीवन को करीब से जानने का अवसर मिलता है।
लेकिन यदि आप अपेक्षा रखते हैं कि यह संग्रहालय बड़े-आकार की, अत्याधुनिक प्रदर्शनी और उच्च तकनीक वाले इंटरैक्टिव अनुभव दें — तो यह शायद पूरी तरह वैसा नहीं है। यह एक मध्यम स्तर का संग्रहालय है, जिसमें अभी विकास की गुंजाइश है।